लाॅकडाउन के दाैरान एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। दिहाड़ी मजदूरी करने वाले एक माता-पिता ने अपनी 28 दिन की बेटी काे सिर्फ इसलिए एक नि:संतान दंपती काे साैंप दिया क्याेंकि वह उसका भरण-पाेषण करने में सक्षम नहीं था। पुलिस ने दाेनाें पक्षाें से बात करने के बाद बच्ची काे उसी दंपती के पास रहने दिया।
मामला नामकुम प्रखंड के हुलहुंडू गांव का है। यहां प्रेम सिंह बाेदरा और उनकी पत्नी जिल्पी बाेदरा किराए के घर में रहते हैं। उनकी पहले से तीन बेटियां हैं। 28 दिन पहले चाैथी बेटी हुई ताे दंपती ने फैसला लिया कि वह बच्ची काे पालने के लिए दूसरे काे दे देंगे। इसके बाद उन्हाेंने तुपुदाना के खरसीदाग के एक नि:संतान दंपती काे दे दिया। इसके बाद उसके पड़ाेसी जाॅन हाेराे ने सीडब्ल्यूसी काे इसकी जानकारी दी। सीडब्ल्यूसी की माैजूदगी में बच्ची के साथ दाेनाें पक्षाें काे बुलाया गया। पूछताछ में बच्ची की मां ने बताया कि वह गरीब हैं। उनके पास काेई काेम नहीं है। ऐसे में वे चार बच्चियाें काे कैसे पालेंगे। उन्हाेंने स्वेच्छा से बच्ची काे दिया है। जिस दंपती काे यह बच्ची दी गई है, वह रांची में एक बड़े संस्थान में काॅन्ट्रैक्ट पर काम करते हैं।
पुलिस ने कहा-बच्ची काे बेचने का मामला नहीं
इलाके में अफवाह उड़ी कि दंपती ने बच्ची काे 30 हजार में बेच दिया है। इस पर तुपुदाना ओपी प्रभारी तारिक अनवर ने कहा कि बच्ची काे बेचने का मामला नहीं है। गरीबी के कारण माता-पिता ने बच्ची काे पालने के लिए एक नि:संतान दंपती काे दिया है। सीडब्ल्यूसी अब पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई करेगी।
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