सूरत से लौट रहे मजदूर की साेनभद्र में मौत, वाराणसी से पैदल आ रहा था घर

बंशीधर नगर थाना क्षेत्र के मर्चवार ग्राम निवासी शिव कुमार चौधरी के 35 वर्षीय पुत्र अवधेश चौधरी की मौत बुधवार को सीमावर्ती उत्तरप्रदेश के नेशनल हाइवे 75 रीवां-रांची मार्ग पर हाथीनाला के निकट हो गई। वह गुजरात प्रदेश के सूरत से अपने घर आ रहा था। जानकारी के अनुसार उत्तरप्रदेश के सोनभद्र जिला अंतर्गत दुद्धी थाना की पुलिस ने उसके शव को बरामद किया। उसके पास समान में मिले पहचान पत्र से पुलिस ने उसकी पहचान किया तथा मोबाइल द्वारा उसके घर वालो से सम्पर्क किया। बुधवार को दुद्धी पुलिस मृतक अवधेश के घर पहुंची तथा अपने साथ मृतक के परिजनों को ले गई। मृतक के चाचा गुलाबचंद चौधरी ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद लगभग रात एक बजे शव गांव पहुंचा, जहां स्थानीय पुलिस अपने संरक्षण में शव का अंतिम संस्कार लगभग रात 1.30 बजे कर दिया गया।

शव मृतक के घर तक नहीं ले जाने दिया गया। मृतक के पिता शिव कुमार चौधरी ने मुखाग्नि दिया। परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार- मृतक अवधेश चौधरी गुजरात प्रदेश के सूरत के जीआईडीसी स्थित गुलशन कम्पनी में काम करता था। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर देश व्यापी लॉकडाउन के कारण वह वहीं फंस गया था। बताया जाता है कि वह सूरत से ट्रेन द्वारा अपने घर आ रहा था, उसके पास सूरत से बिहार के बेगूसराय तक का टिकट था। लेकिन वह बेगूसराय तक नहीं जाकर वाराणसी में ही उतर गया था। वाराणसी पहुंचने के बाद उसकी पत्नी सुनीता देवी से उसकी बात हुई थी। उसके साले मुकेश चौधरी ने भी 11.45 बजे उससे बात की थी। परिजनों के अनुसार वह सितम्बर में ही काम करने गुजरात गया था। मृत्यु की सूचना मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई। घर में कोहराम मच गया।

परिजनों के चीत्कार से आस पास का वातावरण गमगीन हो गया था। अवधेश का शव आने से पूर्व ही रिश्तेदार पहुंचने लगे थे। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया था। घटना की जानकारी होते ही मृतक के घर आने जाने वालों का सिलसिला जारी था। कुछ लोगो ने कहा कि सूरत से ट्रेन द्वारा अवधेश चौधरी वाराणसी पहुंचा था, लेकिन सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि आखिर अवधेश वाराणसी से हाथीनाला कैसे पहुँचा? यदि वह वाराणसी से पैदल ही चला तो क्या उत्तरप्रदेश प्रशासन की नजर उस प्रवासी मजदूर पर नहीं पड़ी और यदि वह बस द्वारा आ रहा था तो बीच में ही कैसे उतर गया। इस मामले में कहीं न कहीं उत्तरप्रदेश प्रशासन की लापरवाही दिख रही है। जिसके कारण अवधेश की मृत्यु हुई। इस संबंध में पूछे जाने पर अनुमंडल पदाधिकारी कमलेश्वर नारायण ने बताया कि वर्तमान में मृतक के पत्नी को पेंशन व परिजनों को पारिवारिक लाभ योजना का लाभ दिया जाएगा। इसके अलावा जो बन सकेगा मृतक के परिजनों को लाभ दिया जाएगा।



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Worker returning from Surat died in Saenbhadra, coming home from Varanasi on foot


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