अब बदइंतजामी लेने लगी जान... इलाज के लिए दो दिन भटका मरीज, 3 अस्पतालों ने नहीं लिया भर्ती, माैत

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि निजी अस्पताल काेराेना मरीजाें का इलाज करने से इनकार नहीं कर सकते। ऐसा किया ताे उनका निबंधन रद्द कर दिया जाएगा। लेकिन बुधवार काे रांची में अस्पतालाें का क्रूर चेहरा सामने आया। रांची के पिस्का माेड़ निवासी 50 साल के काेराेना मरीज की इलाज के अभाव में माैत हाे गई। परिजन उसे लेकर पांच दिन तक कई निजी अस्पतालाें के चक्कर लगाते रहे।

लेकिन सबने सिर्फ इसलिए भर्ती से इनकार कर दिया क्याेंकि उसकी रिपाेर्ट नहीं आई थी। आखिरकार बुधवार रात उसकी माैत हाे गई। गुरुवार सुबह उनकी रिपाेर्ट पाॅजिटिव आई। परिजनाें ने इस माैत के लिए स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन काे जिम्मेदार ठहराया है। सबसे बड़ा सवाल है कि अगर रिपाेर्ट नहीं आई ताे मरीज कहां जाए। क्या उसका इलाज नहीं हाेगा।

परिजनाें ने कहा- मरीज में काेराेना लक्षण दिखने पर 27 जुलाई काे गुरुनानक अस्पताल में सैंपल दिया। इसके बाद मरीज की तबीयत बिगड़ने लगी तो उसे लेकर देवकमल अस्पताल, गुरुनानक अस्पताल और राज अस्पताल सहित कई अस्पतालाें के चक्कर काटते रहे। लेकिन किसी ने भर्ती नहीं किया। प्रशासन काे भी कई बार फाेन लगाया, लेकिन किसी ने फाेन नहीं उठाया।

मजबूरन परिजनाें ने घर पर ही ऑक्सीजन की व्यवस्था की। बुधवार रात तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उसे पल्स हाॅस्पिटल ले गए, जहां उसने दम ताेड़ दिया। परिजनाें का आराेप है कि जब शव लेकर रिम्स गए ताे वहां एंबुलेंस से निकालने के लिए काेई तैयार नहीं हुआ। कर्मचारियाें काे जब 3000 रुपए दिए ताे उन्हाेंने शव काे एंबुलेंस से शीतगृह में पहुंचाया।

निजी अस्पताल ने इलाज से इनकार किया ताे निबंधन रद्द : स्वास्थ्य मंत्री

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि बिना लक्षण वाले मरीजाें के साथ ही हल्के लक्षण वाले काेराेना मरीजाें का भी घर पर ही इलाज हाेगा। आईसीएमआर के दिशा-निर्देश के बाद सरकार इस पर विचार कर रही है। मंत्री गुरुवार काे काेल्हान के डीसी-एसपी और सिविल सर्जन के साथ बैठक के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। उन्हाेंने कहा कि आयुष्मान याेजना से जुड़े अस्पतालाें ने अगर चिह्नित बीमारियाें की एवज में लाभुक से पैसे लिए ताे उससे चार गुना रकम वसूली जाएगी। उस अस्पताल का निबंधन भी रद्द कर दिया जाएगा।

उन्हाेंने कहा कि काेराेना मरीजाें की देखभाल की जिम्मेदारी एनजीओ काे साैंपी जा सकती है। सरकार इसपर विचार कर रही है। उन्हाेंने माना कि डाॅक्टराें के साथ पारा मेडिकल स्टाफ की भी कमी है, इसलिए एनजीओ की मदद लेनी पड़ रही है। इस कमी काे दूर करने के लिए सरकार रिटायर्ड डाॅक्टर और पारा मेडिकल स्टाफ की अनुबंध पर नियुक्ति करना चाहती है।

कोरोना इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग ने आपदा प्रबंधन से मांगे 80 करोड़

काेराेना के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पीएमसीएच धनबाद, एमजीएम जमशेदपुर और पलामू, हजारीबाग व दुमका मेडिकल काॅलेज में मशीन व उपकरणाें की खरीद के लिए 80 कराेड़ रुपए की मांग की है। स्वास्थ्य सचिव डाॅ. नितिन कुलकर्णी ने गृह एवं आपदा प्रबंधन सचिव काे पत्र लिखकर काेविड काेष से यह राशि आवंटित करने काे कहा है।

पत्र में पांचाें मेडिकल काॅलेजाें के लिए खरीदे जाने वाले उपकरणाें की सूची भी भेजी गई है। इसमें कहा गया है कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने काेराेना मरीजाें के इलाज के लिए प्राेटाेकाॅल निर्धारित किया है। इसके तहत सभी मेडिकल काॅलेजाें में 15.83 कराेड़ के उपकरण खरीदे जाएंगे। इनमें सीसीयू यूनिट, वेंटिलेटर, सीसीयू बेड, सिरिंज इनफ्यूजन पंप, बाई-पैप वेंटिलेटर शामिल हैं। राज्य में अभी 215 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं। सरकार ने 300 वेंटिलेटेर की खरीद का ऑर्डर दिया है।

रांची में 2 की मौत, 71 नए पॉजिटिव...सबसे ज्यादा पूर्वी सिंहभूम में 103 नए संक्रमित मिले

झारखंड में गुरुवार काे फिर आठ लाेगाें की माैत हुई। इनमें रांची के दाे, पूर्वी सिंहभूम के दाे और हजारीबाग, बाघमारा, चतरा और चक्रधरपुर का एक-एक मरीज शामिल है। रांची में पिस्का माेड़ के मरीज के अलावा सुखदेवनगर के 75 साल के व्यक्ति की रिम्स में माैत हुई। वहीं बाघमारा की 45 साल की महिला, चतरा के 55 साल के व्यक्ति और हजारीबाग के 75 साल के व्यक्ति ने रिम्स में दम ताेड़ा। वहीं चक्रधरपुर के काेविड अस्पताल में एक मरीज का बेड के नीचे शव मिला, जबकि जमशेदपुर में 50 साल के व्यक्ति और एक रेलवे गैंगमैन की भी माैत हुई।

इसी बीच 512 नए संक्रमित भी मिले। इनमें रांची के 71, पूर्वी सिंहभूम के 103, सरायकेला के 19, धनबाद के 49, बाेकाराे के 81, देवघर के 6, दुमका के 4, गढ़वा के 4, गिरिडीह के 42, गाेड्डा के 3, गुमला के 4, हजारीबाग के 6, जामताड़ा के 2, खूंटी के 3, काेडरमा के 6, लातेहार के 3, लाेहरदगा के 3, पाकुड़ के 1, पलामू के 10, रामगढ़ के 9, साहेबगंज के 7 Qर सिमडेगा के 26 मरीज हैं। रांची में न्यूराे के डाॅ. सीबी सहाय की पत्नी, दाे जूनियर डाॅक्टर, सर्जरी विभाग की नर्स भी संक्रमित पाए गए हैं।



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सदर अस्पताल में कोरोना जांच के लिए रोज गर्भवती महिलाओं की लंबी कतार लग रही है। गुरुवार को काफी देर तक कतार में खड़े रहने के बाद भी जब एक महिला की बारी नहीं आई तो वह फर्श पर ही निढाल हो गई। अन्य महिलाओं ने संभाला।


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