राज्य में एक लाख से पार हुई पॉजिटिव मरीजों की संख्या, लेकिन हम रिकवरी रेट में देश में पांचवें स्थान पर
राज्य में मंगलवार को कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा एक लाख पार कर गया है। राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या एक लाख पार होने में 211 दिन लगे। पर, राहत की बात है कि ठीक होने वालों की संख्या 93.66 फीसदी पहुंच गई है। झारखंड पूरे देश में रिकवरी रेट के मामले में पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। 30 अप्रैल को झारखंड में रिकवरी रेट 18.51% थी, जो 31 मई को 32.94%, 30 जून को 76.25% हो गई। हालांकि जुलाई-अगस्त में यह रेट गिरी, पर अब कोरोना खत्म होने का अंतर महज 6% रह गया है। पूरे राज्य में अब कोरोनावायरस के 5474 सक्रिय केस रह गए हैं जिनका इलाज जारी है। वहीं राज्य में अब तक 876 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है।
राज्य में फिलहाल कोरोना संक्रमितों की संख्या 1 लाख 224 है। अच्छी बात है कि अब तक कुल मिले संक्रमितों में से 93.66 प्रतिशत रिकवरी रेट से 93,874 मरीज ठीक हो चुके हैं। वहीं, राज्य के 10 जिले ऐसे हैं जहां कोरोना संक्रमितों की संख्या 100 से कम है। इनमें चतरा में 58, देवघर में 92, गढ़वा 65, गिरिडीह में 69, गोड्डा में 29, कोडरमा 26, लातेहार 25, लोहरदगा 54, पाकुड़ 25, पलामू 50, साहेबगंज 38, सिमडेगा 100 एक्टिव मरीज रह गए हैं जिनका राज्य के विभिन्न अस्पतालों में इलाजरत हैं।
जनवरी में एक्टिव केस 1000 से कम हो जाएंगे
राज्य में पिछले 36 दिनों से कोरोना के एक्टिव केस घट रहे हैं। 15 सितंबर को 14,111 एक्टिव केस थे, जो घटकर अब 5474 हो गया है। यानी पिछले एक महीने में राज्य में कोरोना के 8637 सक्रिय केस घटे हैं। यही रफ्तार रही तो जनवरी तक एक्टिव केस 1000 से कम होगा।
पिछले 24 घंटे में राज्य में 318 नए मरीज मिले, चार की मौत
राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 318 नए पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई, जिसमें रांची से 127, बोकारो से 28, देवघर से 18, धनबाद से 17, दुमका से 1, पूर्वी सिंहभूम से 43, गोड्डा से 6, गिरिडीह से 2, गुमला से 9, जामताड़ा से 3, कोडरमा से 4, लातेहार से 4, लोहरदगा से 3, पाकुड़ से 21, पलामू से 6, रामगढ़ से 8, साहेबगंज से 1, सरायकेला से 2, सिमडेगा से 1, पश्चिमी सिंहभूम से 13 लोग शामिल हैं।
सतर्कता जरूरी: दो महीने चुनौती भरे, दूसरी लहर के संकेत
झारखंड में रिकवरी रेट तो बढ़ रही है पर 3 गलतियां ऐसी हैं जिससे हम अभी भी कोरोना को हराने में पीछे हैं...
1.सरकार अनलॉक में सशर्त छूट दे रही है, पर अभी भी लोग लापरवाही बरत रहे हैं और नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।
2. अभी भी कोरोना संक्रमित पाए जाने पर लोग इसे छुपा रहे हैं, जो पूरी तरह से गलत है।
3.अगले दो माह चुनौतीपूर्ण हैं। डॉक्टरों के अनुसार राज्य में कोरोना की दूसरी लहर आ सकती है, इसलिए सावधानी जरूरी।
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