रिम्स में 70 ट्राॅलीमैन, परिजन ने मरीज को ले जाने को कहा तो जवाब मिला खुद ले जाओ, 3 माह से ईको मशीन खराब, निजी लैब में 1080 में जांच कराने को मजबूर

रिम्स प्रबंधन की लापरवाही से व्यवस्था में काेई सुधार नहीं हाे रहा है, बल्कि दिन पर दिन और खराब हाेती जा रही है। मरीज और उनके परिजन परेशान हैं। पर, कोई उनकी समस्या सुनने को तैयार नहीं है। रिम्स की ईको मशीन 3 माह से खराब है। मरीज 1080 रुपए में निजी लैब में जांच कराने को मजबूर हैं। वहीं, रिम्स में 70 ट्राॅलीमैन है, बावजूद मरीजाें काे उनके परिजन स्ट्रेचर पर ढोने का काम करते हैं। चतरा की 55 वर्षीय महिला मरीज के परिजन उन्हें रिम्स लेकर पहुंचे।
परिजनों ने ट्रॉलीमैन को इमरजेंसी में इलाज के बाद उसे यूराेलाॅजी डिपार्टमेंट ले जाने को कहा तो जवाब मिला कि खुद ले जाओ। आधे घंटे तक ट्राॅलीमैन नहीं मिला ताे परिजनाें ने महिला काे खुद स्ट्रेचर पर लिटाकर यूराेलाॅजी विभाग ले गए। गिरिडीह के 40 वर्षीय व्यक्ति के घुटने का एक्स-रे करवा कर परिजन खुद स्ट्रेचर खींचते हुए दिखाई दिए, जबकि सामने ट्राॅलीमैन बैठा हुआ था।
बड़ा सवाल
ऐसी व्यवस्था में सिर्फ 2 परिजन की इंट्री कैसे संभव : रिम्स निदेशक ने हंगामा रोकने और व्यवस्था बनाने के लिए सिर्फ 2 परिजनों को ही इंट्री पास लागू करने की बात कही है। ऐसे में रिम्स के कर्मियों की लापरवाही से यह व्यवस्था कैसे संभव हो पाएगी।
रिम्स में ईको मशीन से 180 में ही जांच
रिम्स के कार्डियोलाॅजी विभाग में पिछले तीन माह से ईको मशीन खराब पड़ी है, जिसके कारण 50-60 मरीजों को जांच प्राइवेट सेंटरों में करवानी पड़ रही है। रिम्स में साधारण मरीजों की ईको जांच के लिए 180 रुपए लगते हैं। लाल कार्डधारी और आयुष्मान कार्डधारियों को मुफ्त में होता है। जबकि, प्राइवेट जांच में सभी मरीजों को जांच के लिए 1080-1200 रुपए देने पड़ रहे हैं। कार्डियो के चिकित्सकों के अनुसार, यह लगभग 12 साल पुरानी मशीन है। इस कारण मशीन जब भी ठीक होती है, उसके 30-35 दिनों के बाद फिर से खराब हो जाती है। प्रबंधन को मरीजों की परेशानी से कोई मतलब नहीं है।
कार्डियो विभाग ने मशीन खराब होने के दूसरे दिन ही प्रबंधन को पत्र के जरिए इसकी जानकारी दी थी, लेकिन 3 महीने बीत जाने के बाद भी अभी तक मशीन ठीक नहीं हो पाया। इस पर रिम्स प्रबंधन ने बताया कि ईको मशीन काफी पुरानी हो चुकी है। इस कारण बार-बार खराब हो रही है। नई ईको मशीन के लिए टेंडर पास हो गया है, एक महीने के अंदर आ जाएगी।
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